KNOCKING OR DETONATION IN HINDI
KNOCKIN क्या होता है !
KNOCKING OR DETONATION - जैसे की WORD के उच्चारण से ही पता चलता KNOCKING से KNOCK का मतलब होता है ! खटखटाना जैसे की हम जब दरवाजा KNOCK करते है तो खटखटाहट की आवाज अति है ! ऐसी प्रकार जब गाड़ियों के ENGINE से खटखटाहट की आवाज आने लगती है ! उसे KNOCKING कहते है , जैसे की हमें पता है के ENGINE कई प्रकार के होते है ! लेकिन हम यहा पर दो प्रकार के इंजन में होने वाले KNOCKING के बारे में पता लगाएंगे के क्यों होती है ! KNOCKING
1 - PETROL ENGINE ( KNOCKING OR DETONATION )
2 - DIESEL ENGINE ( KNOCKING OR DETONATION )
1 - PETROL ENGINE KNOCKING - जैसे की हमें पता है ! के PETROL ENGINE में SUCTION STROKE में CARBURATER के माध्यम से AIR - FUEL (PETROL ) का MIXTURE को एक निश्चित RATIO में INLET VALVE से CYLINDER डाला जाता है ! और फिर COMPRESSION STROKE में MIXTURE को COMPRESSED किया जाता है ! जिससे MIXTURE का PRESSURE और TEMPRATURE दोनों बढ़ जाता है ! और जिससे यह अपने बर्निंग स्टेज में पहोच जाता है ! और फिर EXPANSSION STROKE में SPARK PLUG की सहायता से SPARK करके MIXTURE को जलाया जाता है ! यह क्रिया से IMMEDETLY HIGH ENERGY उत्पन्न होती है ! यह एक NORMAL COMBUTION PROCESS ENGINE में होती है ! लेकिन कभी कभी यह PROCESS
NORMALLY जब नहीं होती है ! तब ENGINE से अनावस्यक की आवाज आने लगती है ! जो ENGINE के PERFORMANCE में भी प्रभाव डालता है ! जिसे KNOCKING या DETONATION कहते है !
PETROL ENGINE में AIR - FUEL ( PETROL ) के MIXTURE को एक नियत अनुपात में डाला जाता है ! और COMPRESSION STROKE में MIXTURE का COMPRESSION RATIO को भी मेन्टेन करना पड़ता है ! COMPRESSION STROKE में AIR - FULE के MIXTURE का COMPRESSION
RATIO 9 के अंदर ही रहे ! अगर MIXTURE का COMPRESSION RATIO 9 के अन्दर नहीं रहता है तो AIR - FUEL ( PETROL ) के MIXTURE के CYLINDER के अंदर PRE- IGNITION होने की सम्भावना बढ़ जाती है ! PRE- IGNITION मतलब ENGINE CYLINDER में SPARK होने से पहले ही
MIXTURE जल जाता है ! जिससे ENGINE में KNOCKING या DETONATION के चांस बढ़ जाते है !
इसीलिए पेट्रोल इंजन ENGINE में COMPRESSION RATIO को MAINTAIN करने और PRE- IGNITION को रोकने के लिए FULE में कुछ CHEMICAL मिलाये जाते है !
इसके और भी बहोत से कारन होते है !
a - TO MUCH COMPRESSION RATIO
b - PRE - IGNITION OR OVER ADVANCED TIMING
c - OVERHEATED OF CYLINDER INSIDE PARTS LIKE , SPARK PLUG etc.
d - OVER HEATED OF AIR DURING COMPRESSION STROKE
e - LEAN FUEL MIXTURE ALSO CAUSED KNOCKING
f - LOW OCTANE RATING ALSO CAUSE IT
A - TO MUCH COMPRESSION RATIO - COMPRESSION STROKE में AIR - FULE के MIXTURE का COMPRESSION RATIO 9 के अंदर ही रहे ! अगर MIXTURE का COMPRESSION RATIO 9 के अन्दर नहीं रहता है तो AIR - FUEL ( PETROL ) के MIXTURE के CYLINDER के अंदर PRE- IGNITION होने की सम्भावना बढ़ जाती है
क्योकि COMPRESSION RATIO के बढ़ने से MIXTURE का PRESSURE और TEMPRATURE दोनों बढ़ जाता है !जिससे !PRE- IGNITION मतलब ENGINE CYLINDER में SPARK होने से पहले ही MIXTURE जल जाता है ! जिससे ENGINE में KNOCKING या DETONATION के चांस बढ़ जाते है ! इसीलिए पेट्रोल इंजन ENGINE में COMPRESSION RATIO को MAINTAIN करने और PRE- IGNITION को रोकने के लिए FULE में कुछ CHEMICAL मिलाये जाते है !
B - PRE - IGNITION OR OVER ADVANCED TIMING - AIR - FUEL ( PETROL ) के MIXTURE के CYLINDER के अंदर PRE- IGNITION होने की सम्भावना बढ़ जाती है ! PRE- IGNITION मतलब ENGINE CYLINDER में SPARK होने से पहले ही MIXTURE जल जाता है ! जिससे ENGINE में KNOCKING या DETONATION के चांस बढ़ जाते है ! इसीलिए पेट्रोल इंजन ENGINE में COMPRESSION RATIO को MAINTAIN करने और PRE- IGNITION को रोकने के लिए FULE में कुछ CHEMICAL मिलाये जाते है ! ENGINE का ज्यादा गर्म होना भी PRE- IGNITION के चांस बढ़ जाता है !
C - OVERHEATED OF CYLINDER INSIDE PARTS - ENGINE के लगातार चलते रहने से ENGINE बहोत गर्म हो जाता है ! जिससे ENGINE के INTERNAL PARTS जैसे SPARK PLUG जैसे पार्ट्स RED - HOT हो जाते है ! जिनके संपर्क में आने से AIR - FUEL ( PETROL ) के MIXTURE को CYLINDER के अंदर PRE- IGNITION होने की सम्भावना बढ़ जाती है ! PRE- IGNITION मतलब ENGINE CYLINDER में SPARK होने से पहले ही MIXTURE जल जाता है ! जिससे ENGINE में KNOCKING या DETONATION के चांस बढ़ जाते है !
D - OVER HEATED OF AIR -- PETROL ENGINE में SUCTION STROKE में CARBURATER के माध्यम से AIR - FUEL (PETROL ) का MIXTURE को एक निश्चित RATIO में INLET VALVE से CYLINDER डाला जाता है ! और फिर COMPRESSION STROKE में MIXTURE को COMPRESSED किया जाता है ! जिससे MIXTURE का PRESSURE और TEMPRATURE दोनों बढ़ जाता है ! और जिससे यह अपने बर्निंग स्टेज में पहोच जाता है लेकिन
कंटिन्यू प्रोसेस से ENGINE CYLINDER बहोत HEATED हो जाता है ! जिसके संपर्क में एते ही AIR
बहोत गर्म हो जाती है ! जिससे PRE- IGNITION के CHANCE बढ़ जाता है ! जो KNOCKING बढ़ता है !
E - LEAN FUEL MIXTURE ALSO CAUSED KNOCKING -- जब AIR - FUEL (PETROL ) का MIXTURE को एक निश्चित RATIO में INLET VALVE से CYLINDER डाला जाता है ! जिससे PROPER IGNITION ENGINE के अंदर हो सके ! यदि AIR या FUEL का MIXTURE एक PROPER
अनुपात में नहीं होता है ! या कम AMMOUNT में यदि फ्यूल का MIXTURE होता है तो AIR - FUEL के
MIXTURE के जलने के बाद PROPER ENERGY नहीं मिलती जिससे KNOCKING बढ़ता है !
2 --DIESEL ENGINE ( KNOCKING OR DETONATION )-- जैसे की हमें पता है ! के PETROL ENGINE में SUCTION STROKE में CARBURATER के माध्यम से AIR - FUEL (PETROL ) का MIXTURE को एक निश्चित RATIO में INLET VALVE से CYLINDER डाला जाता है ! और फिर COMPRESSION STROKE में MIXTURE को COMPRESSED किया जाता है ! जिससे MIXTURE का PRESSURE और TEMPRATURE दोनों बढ़ जाता है ! और जिससे यह अपने बर्निंग स्टेज में पहोच जाता है ! लेकिन DIESEL ENGINE में SUCTION STROKE में केवल AIR को AIR FILTER की मदत से INLET VALVE से CYLINDER डाला जाता है !
और फिर COMPRESSION STROKE में इसी AIR को इतना COMPRESSED किया जाता है ! की इसके संपर्क में आते ही FUEL जल उठे ! जबकि PETROL ENGINE में EXPANSSION STROKE में SPARK PLUG की सहायता से SPARK करके MIXTURE को जलाया जाता है ! जबकि DIESEL ENGINE में केवल AIR को COMPRESSED किया जाता है ! और FUEL ( DIESEL ) को FUEL INJECTER की मदद से FUEL ( DIESEL ) को गर्म AIR पर INJECT किया जाता है ! जो गर्म COMPRESSED AIR के संपर्क में आते ही जल उड़ता है ! जिससे एनर्जी मिलती है !
यदि हम DIESEL ENGINE में KNOCKING की बात करे तो , FUEL INJECTER से FUEL के छिड़कने और फिर MIXTURE में आग लगने के बिच के DELAY समय अंतराल को IGNITION -LAG कहते है ! यही DIESEL ENGINE में KNOCKING का कारन होता है !
जब IGNITION -LAG जिस ENGINE में जितना कम होगा उस ENGINE का WORKING PERFORMANCE उतना ही अच्छा होगा ! और IGNITION -LAG जिस ENGINE में जितना ज्याद होगा उस ENGINE का WORKING PERFORMANCE उतना ही खराब होगा ! और IGNITION -LAG ज्यादा होना ही DISEAL ENGINE में KNOCKING का कारन होता है ! क्योकि IGNITION -LAG ज्यादा होने से REQUIRED QUANTITY से ज्यादा AMMOUNT में FUEL CYLINDER के अंदर आ जाता है ! जिसके एक साथ जलने से CYLINDER में IMMEDETLY बहोत ज्यादा एनर्जी उत्पन्न होती है जो की DIESEL ENGINE में KNOCKING का कारन बनती है !
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